क्या आप भी “Anti Ragging Essay in Hindi” की तलाश कर रहे हैं? यदि हां, तो आप इंटरनेट की दुनिया की सबसे बेस्ट वेबसाइट essayduniya.com पर टपके हो. यदि आप Anti Ragging Essay in Hindi, Essay on Anti Ragging in Hindi यही सब सर्च कर रहे हैं तो आपका इंतजार यही पूरा होता है.
Anti-Ragging Essay in Hindi
यहां हम आपको “Anti Ragging Essay in Hindi” उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध/ स्पीच को अपने स्कूल या कॉलेज के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी प्रतियोगिता के लिए भी Essay on Anti Ragging in Hindi तैयार करना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए.
Anti Ragging Essay in Hindi 100 Words
रैगिंग से होने वाले अपराध और उत्पीड़न को रोकना एंटी रैगिंग कहलाता है। एंटी रैगिंग एक संगठन है, जिसके लिए यूजीसी द्वारा नियम लागू किए गए हैं। रैगिंग एक दंडनीय अपराध है। यह स्कूल और कॉलेजों मे पढ़ने वाले बच्चों के साथ होने वाला अपराध है। जिसमें किसी छात्र या छात्रा को मौखिक या शारीरिक रूप से परेशान किया जाता हो, उनका मज़ाक बनाया जाता हो। रैगिंग एक दंडनीय अपराध है। इसके लिए भारत में कानून बनाए गए हैं। रैगिंग में दोषी पाए जाने पर आरोपी को जेल और जुर्माना दोनों हो सकते हैं।
Anti Ragging Essay in Hindi 200 Words
रैगिंग एक अमानवीय व्यवहार है। यह स्कूल और कॉलेजों में आए नए विद्यार्थी के साथ मौखिक या लिखित रूप में किया जाता है। कई बार यह शारीरिक भी हो जाता है। इसमें छात्र से पैसे की मांग करना, नग्न करना, काम के लिए इस्तेमाल करते रहना, मजाक बनाना आदि गतिविधि शामिल है। जिस भी छात्र या छात्रा के साथ रैगिंग की जाती है, वह भय और चिंता से ग्रस्त हो जाता है। कई बार रैगिंग का शिकार विद्यार्थी स्वयं को हानि पहुंचाने की कोशिश भी करते हैं और आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं।
ऐसे में रैगिंग और उससे होने वाले अपराध को रोकने के लिए सरकार द्वारा एंटी रैगिंग को लाया गया है। जो भी छात्र स्वयं या किसी अन्य के साथ रैगिंग होते देखते हैं, तो वे तुरंत एंटी रैगिंग विभाग में इसकी शिकायत कर सकते हैं। रैगिंग एक अपराध है। जिसके लिए जेल और जुर्माना दोनों का प्रावधान रखा गया है। माता-पिता को अपने बच्चे के साथ स्कूल या कॉलेज में क्या हो रहा है, इसका पूरा ध्यान रखना चाहिए। रैगिंग को रोकने के लिए हम सब को प्रयास करना चाहिए। हमें न रैगिंग करना चाहिए और न ही इस प्रकार की गतिविधि का हिस्सा बनना चाहिए।
Anti Ragging Essay in Hindi 300 Words
प्रस्तावना
रैगिंग स्कूल या कॉलेज में आने वाले नए विद्यार्थी के साथ किए जाने वाले दुर्व्यवहार को कहा जाता है। इसमें विद्यार्थी को मौखिक या शारीरिक रूप से उत्पीड़ित किया जाता है। इस प्रकार के व्यवहार से विद्यार्थी भय, चिंता एवं शारीरिक और मानसिक रूप से कुंठा ग्रसित हो जाता है। इसमें जिस छात्रा के साथ रैगिंग होती है, वह मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान हो होकर डिप्रेशन में चला जाता है या स्वयं का जीवन समाप्त करने जैसे कदम को भी उठा लेता है।
रैगिंग कैसे होती है?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम 1956 धारा 26 (1) जी के तहत उच्चतर शिक्षा में संस्थानों में रैगिंग पर प्रतिबंध लगाने से संबंधित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अधिनियम 2009 की धारा 3 में रैगिंग में किस तरह के कृत्य शामिल हैं, का वर्णन मिलता है।
- किसी ने छात्र के साथ मौखिक या लिखित वाणी द्वारा दुर्व्यवहार या अमानवीय व्यवहार करना।
- विद्यार्थियों द्वारा अनुशासनहीनता का वातावरण बनाना जिससे छात्र को कष्ट, कठिनाई या शारीरिक अथवा मानसिक पीड़ा हो।
- किसी छात्र को ऐसा कृत्य करने के लिए कहना जिसे करने में उसे लज्जा महसूस होती हो।
- रैगिंग में किसी विद्यार्थी को नग्न करना, शर्मनाक हरकत करना, उसकी पढ़ाई में बाधा पहुंचाना या ऐसे ही अन्य कृत्य शामिल हैं।
- मौखिक शब्दों द्वारा किसी साथ छात्र को अभद्र भाषा में संबोधित करना, गाली देना, ईमेल या पब्लिकली अपमानित करना।
रैगिंग की रोकथाम
रैगिंग को रोकने के लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन साल 2015, 9 मार्च को एक परिपत्र जारी किया जिसमें मुख्य रूप से रैगिंग और मारपीट की घटनाओं की रोकथाम के लिए संस्था प्रमुख के साथ टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ स्टूडेंट और पेरेंट्स एवं लोकल कम्युनिटी की भी जिम्मेदारी तय की गई है। इसके साथ ही विभिन्न शैक्षणीक संस्थानों में अगर रैगिंग होती पाई जाती है तो सबसे पहले दोषी छात्र को मौखिक या लिखित रूप में चेतावनी दी जाती है, या उसे स्कूल या क्लास से सस्पेंड भी कर दिया जाता है। रैगिंग के चलते अगर कोई बड़ी घटना हो जाती है, तो छात्र के खिलाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान भी रखा गया है।
निष्कर्ष
रैगिंग होने के चलते छात्रा के साथ होने वाली क्षति के लिए भारतीय दंड संहिता की धाराओं के साथ अतिरिक्त अन्य संबंधित धाराओं के अंतर्गत आरोपी छात्र को दंडित किए जाने का प्रावधान है। रेडी एक अपराध है एक जिम्मेदार नागरिक होने के चलते हमारा यह कर्तव्य बनता है, कि हम रैगिंग जैसे अमानवीय अपराध का हिस्सा नहीं बनना चाहिए और इस प्रकार की गतिविधि होते हुए पाए जाने पर एंटी रैगिंग विभाग में इसकी करना चाहिए।
Anti Ragging Essay in Hindi 500 Words
प्रस्तावना
एंटी रैगिंग, रैगिंग और उससे होने वाले अपराध को रोकना है, जिसके लिए कई नियम और कानून बनाए गए हैं। रैगिंग शैक्षणिक संस्थान में आने वाले आंगतुक विद्यार्थी के साथ की जाती है। रैगिंग एक तरह की समस्या है, जो विद्यार्थियों द्वारा किसी अन्य विद्यार्थी को परेशान करने के लिए निर्मित की गई है। जिसमें रैगिंग कर रहे और रैगिंग के शिकार दोनों ही विद्यार्थी का वर्तमान और भविष्य खतरे में डाल सकता है। इस तरह के कृत्य को रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्देश और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा नियम लागू किए गए हैं।
रैगिंग क्या है?
रैगिंग एक अपराध है, जिसमें स्कूल कॉलेज में आए अंगतुक विद्यार्थी के साथ मौखिक या लिखित रूप से मानवीय व्यवहार किया जाता हो। रैगिंग में नए विद्यार्थी से पैसे की मांग करना, पैसे खर्च करने के लिए मजबूर करना, अभद्र भाषा का इस्तेमाल करके मजाक बनाना, नग्न करना, काम करवाने के लिए परेशान करना, ऐसा कृत्य करने के लिए मजबूर करना जिसमें विद्यार्थी को लज्जा महसूस होती हो आदि गतिविधि शामिल है। ।
रैगिंग को रोकने के तरीके
- आरोपी विद्यार्थी को मौखिक या लिखित रूप से चेतावनी दी जाएगी।
- आरोपी विद्यार्थी को क्लास से सस्पेंड कर दिया जाता है।
- विद्यार्थी का रिजल्ट कैंसल करने या रोकने जैसी कार्यवाही की जा सकती है।
- आर्थिक दंड लगाया जा सकता है।
- रैगिंग के चलते अगर कोई बड़ी घटना हो जाती है, तो उसे स्कूल से सस्पेंड किया जा सकता है।
रैगिंग को रोकने के लिए उठाए गए कदम
- रैगिंग को रोकने के लिए एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी जारी की गई है।
- शैक्षणिक संस्थान के प्रमुख रैगिंग की सूचना मिलने पर 24 घंटों के भीतर पुलिस में एफआईआर दर्ज कर सकेंगे।
- रैगिंग करने वाले विद्यार्थियों को शैक्षणिक संस्थान से निष्कासित कर दिया जाएगा।
- रैगिंग को रोकने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रचार प्रसार किया जाए और रैगिंग के दोषी पर होने वाली कार्यवाही को भी प्रचारित किया जाए।
- अगर रेटिंग की सूचना मिलने पर शैक्षणिक संस्था न कोई कदम नहीं उठाता है तो, उच्चतर शिक्षण संस्थानों में रैगिंग निषेध से संबंधित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अधिनियम 2009 के प्रावधानों 9.2 के तहत कार्यवाही की जाएगी जिसके अंतर्गत संस्था की मान्यता वापस लेना, अनुदान रोकना, ऐसे शैक्षणिक संस्थान के पाठ्यक्रमों में प्रवेश को रोकना, यूजीसी के अधिकार क्षेत्र में आने वाला कोई अन्य शामिल है।
एंटी रैगिंग हेल्पलाइन नंबर
रैगिंग के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए सरकार द्वरा एंटी रैगिंग हेल्पलाइन की शुरुआत की गई है। इसमें पीड़ित छात्र हेल्पलाइन नंबर पर Anti Ragging Helpline Number: 1800-180-5522 संपर्क कर या ईमेल Anti Ragging Email Address helpline@antiragging.in पर ईमेल भेज कर भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है।
उपसंहार
एंटी रैगिंग एक बहुत ही चिंताजनक विषय है। जिसकी रोकधम के लिए हम सभी को प्रयास करना चाहिए। इसकी शुरुआत बहुत ही मामूली स्तर से होती है, जो आगे चलकर एक बड़ा रूप ले लेती है। जिसमें पीड़ित विद्यार्थी आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लेता है। इसलिए इस तरह की गतिविधि का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। यह हमारा कर्तव्य बनता है की अगर हम कहीं रैगिंग होती पाई जाएं तो, हमें इसकी शिकायत तुरंत एंटी रैगिंग विभाग के टोल फ्री नंबर पर करना चाहिए।
Essay on Anti Ragging in Hindi
हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “Anti Ragging Essay in Hindi” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Essay on Anti Ragging in Hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Anti Ragging Essay in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.
Join WhatsApp Group | CLICK HERE |
ESSAYDUNIYA HOME | CLICK HERE |