Bhai Dooj Essay in Hindi: भाई दूज पर निबंध

क्या आप भी bhai dooj essay in hindi की तलाश कर रहे हैं? यदि हां, तो आप इंटरनेट की दुनिया की सबसे बेस्ट वेबसाइट essayduniya.com पर टपके हो. यदि आप bhai dooj essay in hindi, bhaiya dooj essay in hindi, bhai dooj par nibandh यही सब सर्च कर रहे हैं तो आपका इंतजार यही पूरा होता है.

Bhai Dooj Essay in Hindi

यहां हम आपको Bhai Dooj Essay in Hindi उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध को आप कक्षा 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. यदि आप को किसी स्पीच के लिए टॉपिक bhaiya dooj essay in hindi मिला है तो आप इस लेख को स्पीच के लिए भी उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी निबंध प्रतियोगिता के लिए भी Bhai Dooj Essay in Hindi लिखना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए.

Bhai Dooj Essay in Hindi 100 words 

भाई दूज को हर वर्ष दीपावली के दो दिनों बाद मनाया जाता है। इस बार भाई दूज 26 अक्टूबर को मनाई जायेगी। इस दिन बहने अपने भाइयों को टीका लगाती हैं और मिठाइयां तथा तरह तरह के पकवान बनाकर खिलाती हैं। भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं। कहीं कहीं बहनें इस दिन उपवास भी रखती हैं और अपने भाई की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं। वहीं भाई भी अपनी बहनों की रक्षा का प्रण लेते हैं। इस दिन का महत्व रक्षा बंधन जितना ही है। भाई दूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।

Whatsapp Group Join
Telegram channel Join

Bhai Dooj Essay in Hindi 150 words

भाई दूज दीपावली के दूसरे दिन और द्वितीया तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन का रक्षा बंधन जितना ही महत्व है। बहनें अपने भाइयों को आमंत्रित करती हैं और उन्हें तिलक लगाकर मिठाईयां और भोजन खिलाती है। भाई अपनी बहनों को भेंट के रूप में उपहार देते हैं। भाई दूज त्यौहार मनाने का पौराणिक तथ्य है कि भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं और बहनें अपने भाई की लंबी आयु की कामना करते हैं।

यह त्यौहार भाई बहन के प्रेम के प्रतीक का त्योहार होता है। भाइयों के लिए भाई दूज अपनी बहन के प्रति प्रेम प्रकट करने का सबसे अच्छा अवसर और दिन होता है। जितना महत्व रक्षाबंधन को दिया जाता है, उतना ही महत्व भाई दूज को भी दिया जाता है। भाई दूज का त्यौहार भाई और बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक होता है।

Bhai Dooj Essay in Hindi
Bhai Dooj Essay in Hindi

Bhai Dooj Essay in Hindi 200 words

हर वर्ष भाई दूज का त्योहार दीपावली के 2 दिन बाद मनाया जाता है। इस दिन विवाहित बहने अपने भाई को घर पर आमंत्रित करती हैं और प्रेम पूर्वक अपने भाई को भोजन कराती हैं, और तिलक लगाकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। सभी भाई अपनी बहनों के लिए कुछ उपहार लेकर जाते हैं, और खुशी-खुशी इस त्योहार को मनाते हैं।

इस त्यौहार को लेकर यह मान्यता है कि अगर कोई विवाहित बहन इस दिन अपने भाई को घर बुलाकर प्रेम पूर्वक भोजन कराकर उसका तिलक करती है, तो उसकी आयु बढ़ती है, तथा यमराज द्वारा उसे लंबी उम्र का वरदान दिया जाता है। बहनों द्वारा भाई के माथे पर तैयार लगाने से उनके भाग्योदय में सहायता होती है।

सभी भाई बहनों बचपन से ही अपने भाई के प्रति अपना प्रेम जाहिर करना चाहते हैं, परंतु वह ऐसा नहीं कर पाती इसलिए रक्षाबंधन और भाई दूज से त्यौहार अपने भाई या बहन के प्रति अपना प्रेम जाहिर करने के लिए बनाया जाता हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन यमुना और यमराज जी ने सबसे पहले भाई दूज मनाया था, और यह वरदान दिया था कि जो भी बहन इस दिन अपने भाई के माथे पर तिलक करेगी वह दीर्घायु होगा।

Bhai Dooj Essay in Hindi 300 words

प्रस्तावना

हमारे भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है और भारत देश का सबसे बड़ा त्यौहार दिवाली है जिसे 5 दिनों तक मनाया जाता है। दिवाली के दूसरे दिन ही भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है। इसे यम द्वितीय के नाम से भी जाना जाता है। रक्षाबंधन के अलावा भाई दूज ही एक ऐसा त्यौहार है, जो भाई-बहन के बीच अपार प्रेम को दर्शाता है।

भाई दूज की कथा(what is bhai dooj?)

पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य देव की पत्नी छाया द्वारा यमराज तथा यमुना को जन्म दिया गया। यमुना बचपन से ही अपने भाई यमराज से अत्यधिक प्रेम करती थी और उसने एक दिन अपने भाई यमराज को आदर सत्कार के साथ अपने घर भोजन के लिए बुलाया, परंतु यमराज जी कार्य में व्यस्त होने के कारण जा नहीं पाए। कार्तिक शुक्ला द्वितीय के दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर पहुंचे, यमुना उन्हें देखकर काफी प्रसन्न हुई। इसके बाद यमुना जी ने आदर सत्कार के साथ उन्हें भोजन कराया तथा माथे पर तिलक कर उनकी लंबी आयु की प्रार्थना की। तभी से इस दिन को भाई दूज या यम द्वितीय रूप के रुप में मनाया जाने लगा। इस दिन जो भी बहने अपने भाई को घर बुलाकर भोजन कराती हैं, भगवान द्वारा उसे कई सारे वरदान दिए जाते हैं।

उपसंहार

भाई बहन का रिश्ता दुनिया में सब सभी रिश्तो से अलग होता है, और भाई बहन का प्रेम एक दूसरे के प्रति काफी अटूट होता है। बहनों द्वारा हमेशा अपनी भाई की लंबी आयु और अच्छे भाग्य की प्रार्थना की जाती है। वहीं भाई हमेशा अपनी बहन की रक्षा के लिए तत्पर रहता है, इसलिए भारत में इस तरह के पर्व मनाए जाते हैं। भारत में भाइयों के लिए बहन का दर्जा माता के समान होता है और बहने भी भाइयों को माता की भांति ही स्नेह देती हैं।

Bhai Dooj Essay in Hindi 500 words

प्रस्तावना

भारत देश में कई अलग-अलग तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। हर हर त्यौहार का एक अलग महत्व होता है। भारत में दिवाली के दूसरे दिन भाई दूज मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की लंबी आयु के लिए पूजा करती है, तथा उन्हें अपने घर भोजन करा कर अपने प्रेम को दर्शाती हैं। भारत में भाई बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए इस तरह के त्यौहार मनाए जाते हैं।

भाई दूज क्यों मनाया जाता है? (why bhai dooj is celebrated)

भाई दूज का त्यौहार दीपावली के तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल द्वितीय के दिन मनाया जाता है इस दिन सभी विवाहित बहनें अपने भाई को अपने घर पर प्रेम पूर्वक आमंत्रित करती है तथा पूजा कर उन्हें प्रेम से भोजन कराती हैं। अंत में उनके माथे पर तिलक लगाकर भगवान से उनकी लंबी आयु और अच्छे भाग्य के लिए प्रार्थना करती है तथा भाई भी अपनी बहनों के लिए कुछ ना कुछ उपहार लेकर आते हैं। इस त्यौहार को भाई और बहन के बीच अटूट विश्वास और प्रेम को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। इश्तिहार का महत्व रक्षाबंधन जितना ही होता है।

भाई दूज किस दिन मनाया जाता है? (when is bhai dooj?)

कार्तिक शुक्ल द्वितीय के दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे। जहां यमुना ने उन्हें प्रेम पूर्वक भोजन कराया था। इसके बाद यमराज ने उनसे कहा कि मांगों आप क्या वरदान चाहती हैं, तब यमुना ने उनसे कहा कि इस दिन अगर कोई भी वैवाहिक बहन अपने भाई को घर बुलाकर उसे प्रेम पूर्वक भोजन कराकर, उनका तिलक करती है, उन्हें लंबी आयु प्रदान की जाए। यमराज ने इस वरदान को यमुना को दे दिया। तभी से दीपावली के तीसरे दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाने लगा। इस त्योहार को यम द्वितीया भी कहते हैं, क्योंकि जिस दिन यमुना और यमराज ने भाई दूज बनाया था, उस दिन यमलोक में काफी खुशहाली छाई हुई थी। इसलिए अगर भाई-बहन इस त्योहार को मनाते हैं तो उनका जीवन खुशियों से भर जाता है। भाइयों द्वारा मरते दम तक अपनी बहनों की रक्षा करने का वादा किया जाता है।

निष्कर्ष

वैसे तो भाई और बहनों को एक दूसरे के प्रति अपना विश्वास और प्रेम जताने की कोई जरूरत नहीं होती है। लेकिन इस त्यौहार के दिन सभी बहनें अपने भाइयों के प्रति अपनी पूरी निष्ठा और प्रेम को जाहिर करती हैं। अपने भाई की लंबी आयु के लिए हर कठिन से कठिन प्रयास को करने के लिए सक्षम होती हैं। तथा भाई द्वारा भी अपनी बहन की रक्षा करने का प्रण लिया जाता है और इस प्रण को निभाने के लिए वह अपनी जान तक न्योछावर कर सकते हैं। भाई बहन का रिश्ता कितना अटूट होता है, इसके बारे में आप पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक घटनाओं से जान सकते हैं।

bhai dooj par nibandh

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस bhai dooj essay in hindi जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह bhaiya dooj essay in hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह bhai dooj essay in hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay कौन से टॉपिक पर चाहिए इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

JOIN TELEGRAM GROUP CLICK HERE
ESSAYDUNIYA HOME CLICK HERE

 

 

 

 

Leave a Comment