क्या आप भी diwali essay in hindi की तलाश कर रहे हैं? यदि हां, तो आप इंटरनेट की दुनिया की सबसे बेस्ट वेबसाइट essayduniya.com पर टपके हो. यदि आप भी diwali par nibandh, diwali essay in hindi, diwali ka nibandh, diwali nibandh, mera priya tyohar, diwali nibandh in hindi, diwali par nibandh hindi mein, deepavali par nibandh, paragraph on diwali in hindi, diwali par lekh, diwali ke bare mein, diwali ka nibandh hindi mein, diwali par nibandh in hindi, diwali hindi mein, diwali vishay nibandh, diwali speech in hindi, diwali per nibandh hindi mein, deepawali essay in hindi, diwali lines in hindi, diwali ke upar nibandh, diwali ka lekh, deepawali par nibandh, deepavali essay in hindi, diwali per anuchchhed, nibandh diwali, diwali ka essay hindi mai, dipawali ke bare mein nibandh, deepavali ka nibandh, deepavali nibandh यही सब सर्च कर रहे हैं तो आपका इंतजार यही पूरा होता है.
Diwali Par Nibandh
यहां हम आपको एक शानदार Diwali Par Nibandh उपलब्ध करा रहे हैं. इस निबंध को आप कक्षा 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के लिए या अपने किसी प्रोजेक्ट के लिए उपयोग कर सकते हैं. यदि आप को किसी स्पीच के लिए टॉपिक diwali par nibandh hindi mein मिला है तो आप इस लेख को स्पीच के लिए भी उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ ही यदि आपको किसी निबंध प्रतियोगिता के लिए भी diwali speech in hindi लिखना है तो आपको यह आर्टिकल पूरा बिल्कुल ध्यान से पढ़ना चाहिए.
diwali nibandh in hindi (100 Words)
भारत में दीपावली को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली का त्यौहार भारत के हर राज्य में मनाया जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी का विशेष पूजन किया जाता है एवम उनके साथ भगवान श्री गणेश की भी पूजा को जाती है। दीपावली का त्यौहार भगवान श्री राम के चौदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौट आने पर मनाया गया था। इसके बाद से हर साल दीपावली का त्यौहार मनाया जाने लगा। इस वर्ष दीपावली का त्यौहार 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा। दीपावली के पहले लोग साफ़ सफाई कर अपने घर को पुताई करते हैं। इस दिन लोग शाम के समय देवी लक्ष्मी की पूजा कर मिठाई बांटते हैं और आतिशबाज़ी करते हैं।
diwali ka nibandh hindi mein (200 Words)
दिपावली इस वर्ष 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा। दिवाली हिंदुओं का मुख्य त्योहार माना जाता है पौराणिक कथाओं के अनुसार जब श्री राम श्री लंका से लौट कर अयोध्या आए थे तब अयोध्या वासियों ने उनका दीप जलाकर स्वागत किया था तभी से दीपावली मनाने की शुरुआत हुई। दीपावली ना सिर्फ भारत देश में बल्कि कुछ विदेशों में भी मनाई जाती है दीपावली को दीपों का त्यौहार कहते हैं (diwali is a festival of lights) दीपावली के दिन सभी लोग अपने घर में मां लक्ष्मी की पूजा कर घर को दीपों से सजाते हैं और दीपावली त्यौहार आने के महीने भर पहले या 15 दिन पहले ही लोग अपने घर की साफ़ सफाई करने में लग जाते हैं।
वे अपने घर का रंग रोगन कर उसे सजाते भी है। दीपावली के दिन घर को दीपों और फूलों के बंदनवार बनाकर घरों को सजाया जाता है। दीपावली के दिन को बहुत शुभ माना जाता है इसीलिए लोग महालक्ष्मी की पूजा कर उनसे धन-संपत्ति की कामना करते हैं तथा मिठाइयां बांटकर दीपावली त्यौहार को खुशी खुशी मनाते हैं। दीपावली के दिन सभी लोग नए वस्त्र पहन कर आतिशबाजी का लुफ्त भी उठाते हैं। दीपावली के दिन हम अपने रिश्तेदारों परिजनों के घर जाकर उन्हें मिठाई खिलाकर दीपावली त्यौहार की बधाइयां देते हैं।
deepawali essay in hindi (300 Words)
प्रस्तावना
दीपावली दीपों का त्यौहार है, उत्सव का त्यौहार है। इसे भारत में बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। दीपावली दीप और आवली इन दो शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ होता है दीपों की आवली यानी की कतार या श्रृंखला।
दीपावली क्यों मनाई जाता है?
भगवान श्री राम के 14 वर्ष के वनवास पूर्ण होने पर वे माता सीता और लक्षण जी सहित अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत के लिए अयोध्या वासियों ने दीप प्रज्वलित किए थे और उत्सव मनाया था। तब से लेकर आज इस दिन को बड़ी धूम से मनाया जाता है। दीपावली त्यौहार में मुख्य रूप से माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है तथा उनसे सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की जाती है।
दीपावली कब और कैसे मनाते हैं?
दीपावली का त्यौहार कार्तिक मास की अमावस के दिन मनाया जाता है। इस अमावस की काली रात को जग बनाने के लिए असंख्य दीपों को जलाया जाता है। दीपावली त्यौहार की शुरुआत दशहरे के दिन से होती है दशहरे के बाद से सभी लोग अपने घरों की साफ-सफाई लिपाई पुताई तथा सजावट करना प्रारंभ कर देते हैं। दिवाली के दिन सभी लोग नए कपड़े पहन कर माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं माता लक्ष्मी के आगमन के लिए सभी लोग अपने घरों को सजाते हैं माता लक्ष्मी के पूजन के बाद सभी लोग एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर इस त्यौहार को खुशी खुशी मनाते हैं।
उपसंहार
दीपावली प्रकाश का त्यौहार है इस दिन सारा देश दीपक की रोशनी से जगमगा उठता है। दिवाली का त्यौहार सभी धर्म जाति के लोग एक साथ मिलकर मनाते हैं तथा इसे एकता का प्रतीक भी बताया जाता है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी के पूजन के बाद आतिशबाजी करके यह त्यौहार मनाते हैं और इसके साथ साथ गरीबों को मिठाइयां कपड़े बर्तन आदि दान करके भी यह त्यौहार मनाया जाता है। दीपावली का त्यौहार सभी लोग एक साथ प्रेम के साथ मनाते हैं इस दिन गरीब अमीर का भेदभाव भूलकर आपस में मिलजुल कर यह त्यौहार मनाया जाता है।
diwali ke upar nibandh (400 Words)
प्रस्तावना : दीपावली का त्यौहार हर वर्ष कृष्ण पक्ष को पढ़ने वाली अमावस के दिन मनाया जाता है। इस दिन दीप प्रज्वलित कर लोग अपने घर आंगन में लगाते हैं और खुशियां मनाते हैं भारत को त्योहारों का राष्ट्र कहा गया है और इन्हीं त्योहारों में से दिवाली हिंदुओं का सबसे मुख्य त्यौहार है जिसे सभी लोग बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। दीपावली हर उम्र के लोगों का पसंदीदा त्यौहार है।
दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है?
कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापस आए थे अयोध्या वासियों ने उनकी आगमन की खुशी में पूरे राज्य में दीप जलाकर उनका स्वागत किया था तभी से दीपावली मनाने की प्रथा चली आ रही है। दीपावली के दिन माता लक्ष्मी के आगमन के लिए लोग प्रार्थना करते हैं और अपने घरों में दीप जलाकर उनका स्वागत करते हैं। तभी से दीपावली मनाने की यह प्रथा चली आ रही है। और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इससे अच्छा अवसर और कोई नहीं हो सकता।
दीपावली कैसे मनाई जाती है?
दीपावली के आने के कुछ दिन पहले से ही लोग इसकी तैयारी में जुट जाते हैं। सभी लोग अपने घर की साफ़ सफाई करते हैं और सजावट करते हैं। इस दिन लोग अपने घर को फूल पत्तियों से सजाते हैं और घर के आंगन में रंगली बनाते हैं। दीपावली को 5 दिनों तक मनाया जाता है धनतेरस से भाईदूज तक यह त्यौहार मनाया जाता है। धनतेरस के दिन व्यापारी अपना नया बहीखाता बनाते हैं लोग सोने चांदी की सामग्री खरीद कर घर लाते हैं। धनतेरस के अगले दिन नरक चौदस मनाया जाता है इस दिन सभी लोग सूर्योदय के पहले उठकर स्नान करते हैं और तीसरे दिन अमावस यानी कि दीपावली के दिन सभी लोग माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। नए कपड़े पहन कर एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर तथा फुलझड़ी पटाखे जलाकर इस त्यौहार को खुशी-खुशी मनाया जाता है।
उपसंहार
दीपावली खुशियों का त्यौहार है यह त्यौहार सभी लोगों को उनके जीवन में खुशी प्रदान करता है और जीवन को नए रूप से जीने की प्रेरणा प्रदान करता है। वैसे तो भारत में दीपावली मनाने का सबका अपना अलग तरीका है लेकिन दीपावली के दिन कुछ लोग जुआ खेलते हैं जो कि समाज के लिए शर्मसार करने वाला काम है। दीपावली त्यौहार को सभी लोग मिल जुल कर बड़ी सावधानी के साथ मनाई गई तथा पटाखों का प्रयोग कम से कम कीजिए।
deepavali essay in hindi (500 Words)
प्रस्तावना
वैसे तो हमारी हिंदू संस्कृति में काफी त्योहार मनाए जाते हैं और हर त्यौहार का अपना एक अलग महत्व होता है लेकिन इन सभी त्योहारों में दीपावली को सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। दीपावली हिंदुओं का मुख्य त्यौहार है इसलिए यह त्यौहार पूरे देश में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। कृष्ण पक्ष की अमावस को हम दीपावली के दिन के रूप में मनाते हैं।
दीपावली मनाने का कारण
कृष्ण पक्ष की अमावस की रात को भगवान श्री राम माता सीता और लक्ष्मण जी अपना 14 वर्ष का वनवास पूर्ण कर अयोध्या वापस लौटे थे अमावस की रात होने के कारण नगर में काफी अंधेरा था इस अंधेरों को दूर करने के लिए नगर वासियों ने पूरे नगर में मिट्टी के दीप जलाकर उजियारा किया ताकि श्री राम के आगमन में कोई भी समस्या ना आए और तभी से दीपावली मनाने की प्रथा चली आ रही है। भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने पर अयोध्या वासियों ने अपने घरों को दीपों के साथ-साथ फूलों से सजा कर उनका स्वागत किया।
दीपावली की तैयारी
दीपावली की तैयारी दशहरे के बाद से प्रारंभ हो जाती है दशहरे के ठीक 15 दिन बाद दिवाली आती है और इन 15 दिनों में दीपावली की काफी तैयारी की जाती है। दीपावली से कुछ दिन पहले लोग अपने घरों की साफ-सफाई लिपाई पुताई करते हैं और अपने घर को सुंदर तरीके से सजाकर भगवान के आगमन की तैयारी करते हैं। दीपावली से पहले सभी लोग अपने घर के साथ-साथ अपने वाहनों की भी साफ-सफाई करते हैं तथा घर में नए वाहन और सामग्री भी लाते हैं।
दीपावली कब और कैसे मनाते हैं?
दीपावली का त्यौहार मुख्य रूप से कृष्ण पक्ष अमावस के दिन मनाई जाती है। इस दिन सभी लोग सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करते हैं और शाम में सारा परिवार एक साथ बैठकर माता लक्ष्मी की पूजा करता है माता लक्ष्मी की पूजा के बाद सभी अपने बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते हैं तथा बच्चों द्वारा पटाखे फोड़ कर यह त्यौहार मनाया जाता है दीपावली त्यौहार को 5 दिनों तक मनाया जाता है दीपावली के अगले दिन विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है इस दिन सभी लोग अपने वाहनों मशीनों और औजारों की पूजा करते हैं और कहा जाता है कि इस दिन लोग मशीनों और ओजारों का इस्तेमाल नहीं करते. दीपावली के तीसरे दिन भाईदूज बनाया जाता है भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करते हैं और इस दिन बहनें अपने भाइयों को अपने हाथों से भोजन कराती है।
उपसंहार
दीपावली का त्यौहार अंधकार को मिटाकर पूरे विश्व में प्रकाश फैलाने का त्यौहार है। इस त्यौहार को अच्छाई की बुराई पर जीत के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। दीपावली त्यौहार का अर्थ प्रेम और सुख समृद्धि है। इस दिन हमें अपने साथ साथ अपने देश की समृद्धि के लिए भी माता लक्ष्मी से प्रार्थना करना चाहिए। दीपावली त्यौहार हर उम्र के लोगों का पसंदीदा त्यौहार है तथा बच्चों द्वारा इसे पटाखे फोड़ कर आतिशबाजी कर कर मनाया जाता है। दीपावली का त्यौहार हिंदू संस्कृति और हिंदू एकता का एक मुख्य उदाहरण है इस दिन लोग अमीरी गरीबी जात पात का भेदभाव भूलकर एक साथ मिलकर प्रेम भावना से दीपावली का त्यौहार मनाते हैं।
diwali ka nibandh hindi mein
हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस Diwali Par Nibandh जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह mera priya tyohar अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Diwali Par Nibandh कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay कौन से टॉपिक पर चाहिए इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.
JOIN TELEGRAM GROUP | CLICK HERE |
ESSAYDUNIYA HOME | CLICK HERE |