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Jansankhya Essay in Hindi
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Population Essay in Hindi 100 words
किसी भी देश की बढ़ती हुई जनसंख्या सभी के लिए समस्या उत्पन्न करती है। जनसंख्या का अर्थ होता है, किसी देश में रहने वाले लोगों की संख्या। विश्व में ऐसे कई देश है, जो जनसंख्या के मामले में जाने जाते हैं जैसे की चाइना और भारत। पहले चीन जनसंख्या में पहले स्थान पर था। लेकिन अब भारत जनसंख्या में पहले स्थान पर आ चुका है। जनसंख्या बढ़ने के कारण कई सारी समस्याएं उत्पन्न होती है, जैसे कि बेरोजगारी, प्राकृतिक संसाधनों में कमी आदि। बढ़ती हुई जनसंख्या को रोकना देश की सरकार ही नहीं बल्कि देश के नागरिकों का भी कर्तव्य है। लोगों को जनसंख्या नियंत्रण कानून का पालन सख्ती से करना चाहिए।
Jansankhya Niyantran Par Nibandh 150 words
जनसंख्या सभी देशों के लिए महत्व रखती है। जिस देश की जनसंख्या लगातार बढ़ रही हो उसके लिए यह चिंता की बात होती। जनसंख्या बढ़ने के कारण देश में सुविधाओं की कमी होने लगती है। कम जनसंख्या होने पर सभी लोगों को प्राकृतिक संसाधनों का सारा फायदा मिलता है। इसके अलावा सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी सुविधाओं का लाभ देश के प्रत्येक व्यक्ति को मिलता है। भारत आज आबादी में विश्व का पहला देश बन चुका है।
आबादी बढ़ने के कारण सभी सार्वजनिक स्थल जैसे कि अस्पताल, मंदिर ,रेलवे स्टेशन ,बस स्टेशन हवाई अड्डा पर हमेशा भीड़ जमा रहती है। जनसंख्या बढ़ने के कारण लोगों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार आज भारत की कुल जनसंख्या 140.70 करोड़ है। इतनी जनसंख्या का होना देश के लिए चिंता की बात है। लोगों को जनसंख्या नियंत्रण कानून का पालन करना चाहिए। सभी लोगों को जनसंख्या नियंत्रण कर पृथ्वी को बचाए रखने में अपना योगदान देना चाहिए।
Jansankhya Visfot Par Nibandh 200 words
आज भारत जनसंख्या के मामले में सबसे आगे पहुंच चुका है। भारत में हर साल करीबन एक करोड़ की आबादी जनसंख्या में जुड़ जाती है। जनसंख्या बढ़ने के कारण लोगों को काफी तकलीफ हो रही है जैसे कि रहने के लिए आवास की कमी ,खाने के लिए भोजन की कमी, सरकारी सुविधाओं की कमी बेरोजगारी इत्यादि। यदि इस तरह आबादी बढ़ती रही तो एक समय बाद प्राकृतिक संसाधन भी खत्म हो जाएंगे जिसके बाद पृथ्वी पर जीवन जीना संभव नहीं होगा। भारत सरकार द्वारा जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
लोगों को जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए बताया जा रहा है और लोगों से निवेदन किया जा रहा है कि वे 2 बच्चों से अधिक बच्चों को जन्म ना दें। दूसरी चिंता की सबसे बड़ी बात यह है कि जनसंख्या में ना केवल इंसान बल्कि जानवर भी शामिल होते हैं। लेकिन आज इंसानों की संख्या बढ़ती जा रही है और जानवरों की संख्या तेजी से कम होती जा रही है। धीरे-धीरे जनसंख्या बढ़ने का प्रभाव प्रकृति पर भी दिखाई दे रहा है। प्राकृतिक संसाधनों की सीमा भी सीमित है इसलिए, प्रकृति पर संतुलन बनाए रखने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है।
Increasing Population Essay in Hindi 300 words
प्रस्तावना
बढ़ती हुई आबादी की समस्या का सामना सभी देशों को करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की सारी आबादी का 17% से 19% हिस्सा केवल भारत में है। इसी कारण से भारत आबादी वाले देशों में सबसे पहले नंबर पर है। यह आबादी ना केवल देश के विकास में रुकावट पैदा कर रही है बल्कि प्रकृति के विकास में भी रुकावट पैदा कर रही है। जनसंख्या बढ़ने के कारण इंसानों के अलावा जानवरों को भी कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ती जनसंख्या से जलवायु में परिवर्तन हो रहा है क्योंकि जहां ज्यादा आबादी होती है वहां सामान्य से अधिक तापमान होता है।
जनसंख्या बढ़ने के नुकसान
जनसंख्या बढ़ने का सबसे बड़ा नुकसान यह है,कि प्राकृतिक संसाधन खत्म होते जा रहे हैं। पृथ्वी पर मौजूद जल भोजन एवं अन्य उपयोगी चीजें सीमित मात्रा में है। अगर हम इसी तरह अंधाधुन इनका इस्तेमाल करते रहे तो 1 दिन यह सब नष्ट हो जाएंगे। जनसंख्या बढ़ने का दूसरा सबसे बड़ा नुकसान यह है कि लोगों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं मिलता। आज भारत में हर शहर में इतनी आबादी है कि विश्व के कुछ देशों में इतनी आबादी नहीं है। जनसंख्या बढ़ने से बेरोजगारी, भुखमरी ,अपराध , अशिक्षा जैसी सभी चीजें उत्पन्न होती हैं।
उपसंहार
भारत सरकार द्वारा लगातार लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के बारे में बताया जा रहा है। सभी लोगों को अब जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान देना चाहिए। लोगों को अब बच्चों को गोद लेने की तरफ अधिक ध्यान देना चाहिए। क्योंकि ऐसे कई सारे लोग होते हैं जो किसी कारण बस मां बाप नहीं बन पाते उन्हें बच्चों को गोद लेना चाहिए। इसके अलावा सरकार द्वारा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जनसंख्या नियंत्रण पर दिए गए निर्देशों का पालन भी करना चाहिए। अगर समय रहते हमने जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान नहीं दिया तो 1 दिन ऐसा आएगा कि हमारे पास सांस लेने के लिए खुली हवा तक नहीं होगी।
Population Explosion Essay in Hindi 500 words
प्रस्तावना
भारत एक प्रगतिशील देश है। जिस तरह भारत देश सभी चीजों में आगे बढ़कर देश दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहा है,उसी तरह भारत आबादी में भी आगे बढ़ रहा है। पिछले सालों में भारत में आबादी का कुछ ऐसा विस्फोट हुआ है। जिससे कि भारत की आबादी काफी अधिक बढ़ गई है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार इतनी आबादी देश के विकास और देश के लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। बढ़ती हुई आबादी के कारण मानव जीवन खतरे में पड़ सकता है। इसके अलावा और भी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
भारत में जनसंख्या की स्थिति
बात अगर भारत की जनसंख्या की की जाए तो आज 2023 में भारत की कुल जनसंख्या 140.70 करोड़ है। रिपोर्ट के अनुसार 2011 में हुई जनगणना में भारत की कुल आबादी 121 करोड़ थी,जो कि विश्व की कुल आबादी का 17% हिस्सा था। भारत की जनसंख्या में हर साल 15% से 17% की वृद्धि हो रही है। 2011 में हुई जनगणना के अनुसार भारत में 52% जनसंख्या पुरुषों की है और 48% जनसंख्या महिलाओं की गई। यह जनसंख्या का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब भारत सरकार को भी अन्य देशों की तरह जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना चाहिए।
बढ़ती जनसंख्या के दुष्प्रभाव
बढ़ती हुई जनसंख्या का फायदा तो एक भी नहीं है, लेकिन दुष्प्रभाव कई सारे हैं। जनसंख्या के दुष्प्रभाव कुछ इस प्रकार है, प्राकृतिक संसाधनों की कमी , पर्यावरण पर दुष्प्रभाव, समाज पर दुष्प्रभाव, सरकारी सुविधाओं पर दुष्प्रभाव, प्राकृतिक खदानों पर दुष्प्रभाव। जैसा कि हम सभी जानते हैं बढ़ती हुई आबादी के कारण हम लगातार वनों की कटाई करते जा रहे हैं जिससे कि वन में रहने वाले प्राणियों का जीवन भी खतरे में पड़ता जा रहा है। मानव अपने विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रहा है लेकिन इसी तरह अगर आबादी बढ़ती रही तो 1 दिन सब कुछ नष्ट हो जाएगा।
जनसंख्या को बढ़ने से कैसे रोके (Jansankhya Niyantran ke Upay)
जनसंख्या को बढ़ने से रोकने के लिए सबसे पहले लोगों को जागरूक करना होगा। आज भी समाज में ऐसे कई लोग हैं जिनकी मानसिकता काफी पुरानी है लोग वंश बढ़ाने के लिए लड़के की चाह में लगातार बच्चे पैदा करते जा रहे हैं। लोगों को अब बच्चों को गोद लेने की तरफ आगे बढ़ना होगा। इसके अलावा यौन शिक्षा भी लोगों को देना चाहिए। भारत में सरकार को शादी की उम्र बढ़ा देनी चाहिए। प्रतिवर्ष 11 जुलाई को जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को परिवार नियोजन के बारे में बताया जाना चाहिए।
उपसंहार
सभी लोगों को जनसंख्या नियंत्रण करने में अपना योगदान देना चाहिए। यदि आज हम समय पर जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान नहीं देंगे तो अभी समय हमें और हमारी आने वाली पीढ़ी को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पृथ्वी पर मौजूद सरदार और प्राण देने वाले तत्व सीमित मात्रा में है और बढ़ती आबादी के कारण या तो यह प्रदूषित हो रहे हैं या फिर नष्ट होते जा रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार 2050 तक विश्व की आबादी 9 अरब से अधिक हो जाएगी। ऐसे में लोगों के पास रहने के लिए ना तो घर होगा और ना खाने के लिए भोजन।
Population Control Essay in Hindi
हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “Jansankhya Essay in Hindi” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Population Essay in Hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Jansankhya Essay in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.
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