Mahashivratri Essay in Hindi

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Mahashivratri Essay in Hindi

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Mahashivratri Essay in Hindi 100 Words

महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के मुख्य त्योहारों में से एक है। यह त्यौहार हिंदू देव महादेव यानी कि शंकर भगवान को समर्पित है। महाशिवरात्रि के दिन शंकर जी का जन्म हुआ था। इसके साथ ही महाशिवरात्रि से जुड़ी कई अन्य प्राचीन कथाएं भी हैं। भारत में कुछ लोगों का मानना है कि शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती का विवाह हुआ था। यह त्यौहार साल में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि में मनाते हैं। इस दिन सभी लोग शंकर भगवान की पूजा और उपासना करते हैं। सभी हिंदू धर्म के लोग इस दिन उपवास रखकर भगवान की भक्ति करते हैं। इस दिन भारत में शंकर भगवान के सभी मंदिरों में भव्य पूजा आरती की जाती है। यह त्यौहार हिंदुओं के लिए काफी महत्व रखता है।

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Essay on Mahashivratri 300 words

प्रस्तावना

भारत में कई सारे धार्मिक त्योहार मनाए जाते हैं। सभी धार्मिक त्योहारों को मनाने के पीछे कुछ खास महत्व होता है। भारत में हिंदू संस्कृति में 33 कोटी देवी देवता बताए गए हैं। सभी देवताओं की पूजा के लिए एक विशेष दिन होता है जिसे हिंदू धर्म के लोग बड़ी धूम-धाम से मनाते हैं। शिवरात्रि का त्यौहार देवों के देव महादेव के जन्मदिन और विवाह की खुशी में मनाया जाता है। शंकर भगवान को जगत का पालनहार कहा जाता है। सभी लोग महाशिवरात्रि के दिन भगवान की विशेष पूजा अर्चना करते हैं।

Mahashivratri Essay in Hindi
Mahashivratri Essay in Hindi

महाशिवरात्रि कैसे मनाते हैं?

महाशिवरात्रि के दिन सभी लोग भगवान शिव की उपासना करते हैं। भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर जैसे कि उज्जैन, ओमकारेश्वर, काशी, विश्वनाथ में विशेष रूप से भव्य आरती होती है। सभी मंदिरों में भगवान शंकर की मूर्ति को बड़ी सुंदरता के साथ सजाया जाता है। इस दिन लोग व्रत उपवास भी रखते हैं एवं शाम की आरती के बाद ही अपना उपवास तोड़ते हैं। भारत में शंकर भगवान को लेकर कई सारी आस्थाएं है। सभी लोग इस दिन शंकर भगवान की भक्ति में मगन रहते हैं।

उपसंहार

हिंदू संस्कृति में भगवान शंकर की काफी मान्यता है। महाशिवरात्रि के दिन सभी लोग भगवान शंकर से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए तरह-तरह के कार्य करते हैं। इस दिन देश के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की काफी लंबी कतार लगी होती है। तथा भगवान के कुछ विशेष मंदिरों में बड़ी धूमधाम से भगवान की आरती की जाती है। इस दिन सभी लोग अपने सारे जरूरी से जरूरी काम छोड़कर भगवान शिव के दर्शन करने के लिए जाते हैं। शंकर भगवान को भोले बाबा भी कहा जाता है। लोग उन्हें अपनी भक्ति से खुश करने के लिए काफी प्रयास करते हैं।

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Essay on Mahashivratri 500 words

प्रस्तावना

भगवान शंकर को देवों के देव महादेव कहा जाता है। भगवान शंकर का स्थान सभी देवी देवताओं में सबसे बड़ा माना जाता है, इसीलिए हिंदू धर्म में सभी देवी देवता महादेव की उपासना करते हैं। महाशिवरात्रि का त्यौहार भी महादेव को ही समर्पित होता है। शिवरात्रि का त्यौहार फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। यह त्यौहार हर साल लगभग फरवरी या मार्च के महीने में मनाया जाता है। महाशिवरात्रि से जुड़ी कई सारी धार्मिक कथाएं हैं। सभी लोग अपने अपने अनुसार किसी एक कथा के अनुसार इस त्योहार को मनाते हैं।

महाशिवरात्रि का त्यौहार क्यों मनाते?

हिंदू धर्म के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर का जन्म हुआ था। इसके अलावा और भी कई सारी धार्मिक मान्यताएं हैं, जैसे कि इस दिन भगवान ने पहली बार अपना तीसरा नेत्र खोला था, और कुछ कथाओं के अनुसार इस दिन शंकर भगवान और माता पार्वती का विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर अपना अघोरी का रूप लेकर भूत पिशाचओ की बारात के साथ माता पार्वती के घर उनसे विवाह करने गए थे। महाशिवरात्रि के दिन दो शक्तियों का मिलन हुआ था। ऐसा कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन दुनिया का सबसे पहला प्रेम विवाह हुआ था।

महाशिवरात्रि के दिन की विशेषता

हिंदू धर्म में इस दिन की काफी विशेषता मानी जाती है। यह दिन काफी शुभ माना जाता है। इस दिन लोग भगवान शंकर की पूजा अर्चना करके उनसे अच्छे जीवन की कामना करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान शंकर के सेवक और वाहन नंदी से कोई भी इच्छा कहीं जाए तो उसकी पूर्ति जल्दी हो जाती है। इस दिन देश के बड़े-बड़े साधु संत हमारी पवित्र नदियों में शाही स्नान करते हैं। सारे देश में हिंदू धर्म के लोग उपवास रखकर भगवान को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। चारों ओर भोले बाबा के भजन में लोग मगन रहते हैं। 

उपसंहार

इस दिन सभी लोग भगवान शंकर के मंदिर में जाकर धतूरा और बेलपत्र चढ़ाते हैं। तथा कावड़िए गंगा का जल लाकर भगवान पर चढ़ाते हैं। शिवरात्रि का त्यौहार हिंदू धर्म में काफी महत्व रखता है। भगवान शंकर की कृपा पाने के लिए सभी लोग तरह-तरह के उपवास और विधि विधान से पूजा करते हैं। इस दिन तंत्र विद्या करने वाले साधु संत सारी रात जाकर भगवान शिव की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। उज्जैन के महाकाल मंदिर में इस दिन विशेष आरती आयोजित की जाती है जिसे देखने के लिए भक्त काफी दूर से आते हैं।

Short Essay on Shivratri in Hindi

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “Mahashivratri Essay in Hindi” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Short Essay on Shivratri in Hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Mahashivratri Essay in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

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