Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh: नदी किनारे दो घंटे निबंध

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Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh

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Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh (150 word)

कल की शाम मैंने मेरे गांव के पास स्थित नदी किनारे बिताई। मैं लगभग 2 घंटे नदी किनारे बैठा रहा वहां मुझे एक अलग प्रकार की शांति और खुशी महसूस हुई। मैं जब शाम को नदी किनारे बैठा था उस वक्त नदी का पानी काफी शांत था और उस पानी को देखकर मेरा मन काफी शांत महसूस कर रहा था। नदी किनारे बैठे-बैठे मैंने प्रकृति के कई सुंदर नजारे देखें शाम के समय डूबते हुए सूरज की परछाई को नदी के पानी में देख कर बहुत आनंद प्राप्त हुआ।

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Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh
Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh

ऐसा दुर्लभ नजारा मैंने जीवन में पहली बार देखा था। मैं दिन भर से थकान से चूर था और कई सारी बातें मेरे दिमाग में चल रही थी लेकिन जब मैं नदी किनारे बैठा और नदी के शीतल जल की लहरें मेरे सामने से गुजर रही थी तब मुझे अपनी सारी चिंताओं से मुक्ति मिलने लगी। नदी के बहते पानी को देखकर मुझे यह महसूस हुआ कि जीवन में हमेशा चलते रहना चाहिए कभी भी किसी भी परिस्थिति में रुकना नहीं चाहिए।

Nadi Ke Kinare Do Ghante Hindi Essay (200word)

कुछ समय पहले मैंने नदी किनारे बैठ कर अपना थोड़ा समय व्यतीत किया था। मुझे याद है कि मैंने सुबह लगभग 2 घंटे नदी किनारे बैठ कर काफी अच्छा समय व्यतीत किया था। एक दिन मैं सुबह जल्दी उठकर मेरे घर के पास स्थित नदी किनारे पहुंच गया वहां मैंने सुबह सुबह काफी शांति महसूस की। सुबह के समय जब सूरज की धूप नदी के पानी पर गिर रही थी तो नदी का पानी बिल्कुल मोती की तरह चमक रहा था और सुबह सुबह की ठंडी हवा नदी के पानी से टकराकर और भी ठंडी हो रही थी।

मैंने सुबह के वक्त नदी के पानी में काफी अच्छा बदलाव देखा सुबह नदी का पानी काफी शांत होता है जिसके कारण उस में रहने वाले जीव जंतु भी आसानी से मुझे दिखाई देने लगे। थोड़ी देर बाद आसपास के पशु उस नदी के पानी को पीने के लिए आ गए और कुछ समय बाद नाव लेकर लोग वहां नौका विहार का आनंद लेने के लिए आ गए। नदी के पानी में एक अलग से ही बात होती है जैसे ही नदी का पानी मेरे पैरों को स्पर्श कर रहा था मेरे पूरे शरीर में एक बिजली सी दौड़ गई। नदी का पानी सुबह के वक्त काफी ठंडा होता है लेकिन उस वक्त भी गांव के बच्चे उसमें काफी मजे के साथ तैर रहे थे। मैंने जैसा अनुभव नदी किनारे बैठ कर प्राप्त किया वैसा आज तक कभी नहीं किया।

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Nadi Kinare Do Ghante Essay In Hindi (300 word)

अभी कुछ समय पहले में गर्मियों की छुट्टी में मैं मेरे गांव गया था मेरे गांव में गर्मियों की छुट्टी में नदी किनारे मेला लगा हुआ था मैं मेले में घूमता हुआ नदी किनारे जाकर बैठ गया। मेले में घूमने के कारण मैं बहुत ज्यादा थक चुका था इसलिए मैंने जैसे ही अपने जूते उतारकर नदी के पानी में अपने पैर डुबाए मुझे ऐसा लगा कि मानो मेरी सारी थकान उतर चुकी है। शाम के समय नदी के किनारे मेला लगा होने के कारण नदी के आसपास काफी चहल-पहल हो रही थी नदी के किनारे खाने पीने की दुकानें लगी हुई थी।

नदी के दूसरे किनारे अन्य दुकानें जैसे की चूड़ी की दुकानें साड़ी की दुकान है मिठाई की दुकान है घोड़ा गाड़ी झूले इत्यादि। शाम के समय जैसे-जैसे सूरज ढलते जा रहा था वैसे वैसे मौसम काफी अच्छा होते जा रहा था। मुझे नदी किनारे शाम बिताने में काफी खुशी महसूस हो रही थी मैं जिस प्रकार की शांति चाहता था वहां मुझे वह शांति प्राप्त हुई। शाम के समय नदी के आसपास पेड़ों पर बने चिड़िया के घोसले में सभी चिड़िया वापस लौट रही थी नाउ वाले भी अपनी नाव किनारे लगाकर मेले में घूमने के लिए जा रहे थे। जैसे-जैसे नदी से सभी लोग दूर होते गए वैसे-वैसे नदी का पानी शांत और शुद्ध होता गया।

जैसे ही नदी का पानी शांत हुआ मैंने उसमें एक अजीब सी बात देखी शांत पानी काफी निर्मल होता है और लगातार आगे बढ़ता रहता है। नदी के पानी को पत्थर और पेड़ों के बीच से बहते हुए देखकर मुझे यह शिक्षा मिली कि जीवन में किसी भी प्रकार की कठिनाई आए हमें हमेशा अपने कठोर परीक्षण से काम लेना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ते रहना चाहिए। नदियों को प्रकृति की सुंदरता का प्रतीक माना जाता है और नदी किनारे बैठने से जिस प्रकार का सुकून मुझे मिला वैसा मैंने आज तक कभी महसूस नहीं किया था। अब जब भी मैं गांव जाता हूं तो थोड़ा समय निकालकर शाम के समय नदी किनारे जरूर जाता हूं।

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Nadi Kinare Do Ghante Hindi Nibandh 10th अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Nadi Kinare Do Ghante Essay in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

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