Rabindranath Tagore Essay in Hindi: रबीन्द्रनाथ टैगोर पर निबंध

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Rabindranath Tagore Essay in Hindi

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Rabindranath Tagore Essay in Hindi (150 words)

रवींद्रनाथ टैगोर भारत के एक महान कवि और लेखक थे। इनके द्वारा कई सारी कविताएं और किताबें लिखी गई हैं। रविंद्र नाथ टैगोर सबसे पहले भारतीय हैं, जिन्हें पुस्तक लिखने पर नोबेल पुरस्कार मिला था। वे टैगोर एक महान व्यक्तित्व के धनी थे। उनका जन्म कोलकाता में एक बड़े धनी परिवार में हुआ था। रविंद्र नाथ टैगोर को बचपन से ही कविताओं के प्रति काफी लगाव था।

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Rabindranath Tagore Essay in Hindi
Rabindranath Tagore Essay in Hindi

वे कवि होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक, कलाकार, दार्शनिक भी थे। रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा गीतांजलि नामक एक महान पुस्तक लिखी गई है। इसके साथ ही उन्होंने कई सारी कहानियां, उपन्यास, कविताएं, नाटक और निबंध लिखे हैं, जो सभी काफी लोकप्रिय हुए। उसके बाद इनके द्वारा लिखी सभी रचनाओं का अनुवाद इंग्लिश में भी किया गया था। रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा ही हमारे देश का राष्ट्रगान जन गण मन लिखा गया है।

Rabindranath Tagore Short Essay in Hindi (200 words)

रविंद्र नाथ टैगोर एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें कई सारी कलाओं का ज्ञान था। बचपन से ही कला के प्रति रुझान होने के कारण उन्होंने कविता लेखन पुस्तक लेखन जैसी कलाओं में महारत हासिल की। रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता में हुआ था। इनके पिता का नाम देवेंद्र नाथ टैगोर एवं माता का नाम शारदा देवी था। रविंद्र नाथ टैगोर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही प्राप्त की।

उन्हें अलग-अलग निजी शिक्षकों द्वारा अलग-अलग विषय की शिक्षा दी गई। टैगोर जी ने काफी छोटी उम्र से कविता लिखना शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे इनके द्वारा लिखी जाने वाली कविताएं लोगों में काफी लोकप्रिय हो गई। इसके बाद 1913 में रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा लिखी गई पुस्तक गीतांजलि के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार भी मिला।

रविंद्र जी शुरू से ही बहुत बड़े देशभक्त थे उन्होंने कई सारे राष्ट्रवादी आंदोलनों में भी हिस्सा लिया। इन्होंने देश के प्रति अपना प्रेम दिखाते हुए ब्रिटिश सरकार द्वारा दिए गए पुरस्कार को 1915 में वापस कर दिया। रविंद्र नाथ टैगोर भारत के एक रत्न थे जो भारत को स्वतंत्र देखना चाहते थे, लेकिन 7 अगस्त 1941 को कोलकाता में उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।

Essay on Rabindranath Tagore in Hindi (300 words)

प्रस्तावना  

रविंद्र नाथ टैगोर भारत के एक अनमोल रत्न थे। भारत में रविंद्र नाथ टैगोर को उनकी कविताओं और कहानियों के कारण काफी प्रसिद्ध थे। इन्होंने बहुत छोटी उम्र से कविताएं लिखना शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे वे काफी महान लेखक बन गए। लेखक बनने के साथ-साथ रविनाथ टैगोर एक समाज सेवक के रूप में भी सबके सामने आए। उन्होंने देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए कई सारी राष्ट्रवादी योजनाओं में भाग लिया। लोगों को अहिंसा के मार्ग पर चलते रहने के लिए उनका मार्गदर्शन किया। रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा कविताएं कहानियां मुख्य रूप से बंगाली भाषा में लिखी जाती थी। 

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रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म (Rabindranath Tagore Birthday)

रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म कोलकाता में देवेंद्र नाथ टैगोर के घर 7 मई 1861 को हुआ था। उनकी माता का नाम शारदा देवी था और रविंद्र नाथ टैगोर अपने माता-पिता की 14वी संतान थे। लेकिन रविंद्र जी अपने बाकी भाइयों बहनों से काफी अलग है। एक धनी परिवार में जन्म लेने के कारण इनकी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही पूरी हुई, और घर से ही उन्होंने कविता लेखन शुरू कर दिया था। रविंद्र नाथ टैगोर बचपन से ही समाज और देश के लिए कुछ करना चाहते थे इसलिए उन्होंने 17 वर्ष की आयु से ही राष्ट्रवादी आंदोलनों में हिस्सा लेना प्रारंभ कर दिया।

उपसंहार

रविंद्र नाथ टैगोर भारत के एक ऐसे रत्न थे, जिन्होंने भारत में पहला नोबेल पुरस्कार लाया। वे सबसे पहले भारतीय थे, जिन्हें नोबेल पुरस्कार दिया गया था। इन्होंने अपना पूरा जीवन कविता लेखन और भारत की स्वतंत्रता के लिए व्यतीत कर दिया। महात्मा गांधी और टैगोर जी काफी अच्छे मित्र थे। दोनों में ही देश प्रेम की भावना सर्वोपरि थी, इसलिए 1915 में रविंद्र नाथ टैगोर ने ब्रिटिश आर्मी का विरोध करते हुए नोबेल पुरस्कार वापस कर दिया। रविंद्र नाथ टैगोर भारत को स्वतंत्र करना चाहते थे, और भारत की अखंडता को दर्शाने के लिए उन्होंने जन-गण-मन राष्ट्रगान भी लिखा।

Rabindranath Tagore Essay in Hindi in 500 Word

प्रस्तावना

 रवींद्रनाथ भारत के एक विश्व प्रसिद्ध कवि थे। उनकी नाथ टैगोर को उनकी कविताओं और कहानियों के कारण सारे विश्व में जाना जाता था। रविंद्र नाथ टैगोर को उनकी कविताओं और कहानियों के कारण गुरुदेव की उपाधि भी दी गई थी। उन्होंने भारतीय इतिहास में कई सारी महान कविता, कहानियों की रचना की है। टैगोर जी को दुनियां एक लेखक, शिक्षक, चित्रकार, दर्शन शास्त्री के रूप में जानती है। इसके साथ ही वे एक सच्चे देश प्रेमी भी थे। उन्होंने अपनी कविताओं से और कहानियों से कई सारे लोगों को प्रेरित किया।

रविंद्रनाथ टैगोर की शिक्षा 

रविंद्र नाथ टैगोर को प्रारंभिक शिक्षा के लिए सबसे पहले ओरिएंटल सेमिनरी स्कूल में दाखिल कराया लेकिन स्कूल में उनका मन ना लगने के कारण, उन्हें घर पर ही विभिन्न विषयों के निजी शिक्षकों द्वारा शिक्षा दी गई। 1874 तक रविंद्र नाथ टैगोर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी कर ली इसके बाद उन्हें उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेज दिया गया। इंग्लैंड जाकर उन्होंने लंदन के एक विश्वविद्यालय में अंग्रेजी की शिक्षा प्राप्त की। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद वो वापस भारत आ गए।

रविंद्रनाथ टैगोर की रचनाएं 

रविंद्र नाथ टैगोर ने अपने पूरे जीवन में कई सारी कविताओं की रचना की। उनके द्वारा की गई रचनाओं की सूची किस प्रकार है उन्होंने कविताएं, उपन्यास ,लघु कथा, नाटक प्रबंध, समूह भ्रमणकथा जीवनमूलक ,पत्र संहिता संगीत चित्रकला के साथ-साथ कई बड़ी-बड़ी पुस्तकों का लेखन किया।

1913 में रघु नाथ टैगोर को उनके द्वारा लिखी गई गीतांजलि कविता के लिए नोबेल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। गीतांजलि शब्द गीत और अंजलि को मिलाकर बनाया हुआ था गीतांजलि में उन्होंने 103 कविताओं की रचना की थी। रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा और भी कई विश्व प्रसिद्ध कहानियों और कविताओं की रचना की गई है।

उपसंहार

एक कवि और लेखक होने के साथ-साथ रविंद्र नाथ टैगोर एक सच्चे देशभक्त भी थे। उन्होंने काफी छोटी उम्र से ही राष्ट्रवादी आंदोलनों में हिस्सा लेना चालू कर दिया था और महात्मा गांधी से उनकी आखिरी अच्छी मित्रता थी। रविंद्र नाथ टैगोर ने 1915 में ब्रिटिश सेना के नियमों का विरोध करते हुए नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था और अपनी देशभक्ति को प्रदर्शित किया।

रविंद्र नाथ टैगोर चाहते थे, कि समाज के सभी लोग एक साथ मिलकर देश को स्वतंत्र कराने का प्रयास करें। वे देश को स्वतंत्र देखना चाहते थे, लेकिन देश की स्वतंत्रता देखने से पहले ही 7 अगस्त 1941 को गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर का निधन हो गया।

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस Rabindranath Tagore Essay in Hindi जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Rabindranath Tagore Essay in Hindi अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Rabindranath Tagore in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

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