Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech in Hindi: सरदार वल्लभभाई पटेल पर भाषण

क्या आप सब भी Speech on Sardar Vallabhbhai की तलाश कर रहे हैं, तो एक बार इस आर्टिकल को जरूर पढ़िए। जिसमें हम स्कूली छात्रों और बच्चों के लिए Speech on Sardar Vallabhbhai in hindi (सरदार वल्लभभाई पटेल पर भाषण) लेकर आए हैं। इस आर्टिकल में आपको बहुत ही सरल भाषा में लिखी गई सरदार वल्लभभाई पटेल की हिन्दी स्पीच मिल जाएगी। 

Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech in Hindi

इस आर्टिकल में हम Best Speech on Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi, लेकर आए हैं। यह Short Speech on Sardar Vallabh Bhai Patel 4, 5, 6, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए या उनके किसी प्रोजेक्ट के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकता हैं। यदि आपको अपने स्कूल में निबंध लिखने या स्पीच प्रतियोगिता के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल पर स्पीच का टॉपिक मिला है, तो यह आर्टिकल आप ही के लिए है। चलिए शुरू करते हैं, 

Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech (3 Minute Speech on Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi)

यहां उपस्थित सभी महानुभावों, प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को मेरा प्रणाम। आज हम सभी इस प्रांगण में एक महान स्वतंत्रता सेनानी, राजनीति के प्रचंड विद्वान सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। आप सभी को मेरी ओर से सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। वल्लभ भाई पटेल के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे, लेकिन फिर भी मैं आपके समक्ष वल्लभभाई पटेल से जुड़ी कुछ प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष बातें रखना चाहता हूं। सरदार वल्लभभाई पटेल हमारे देश के पहले उप-प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद जवाहरलाल नेहरू के साथ मिलकर देश की बागदौड़ अपने हाथों में संभाली। 1947 में आजादी के बाद भारत की स्थिति आर्थिक और सामाजिक रूप से काफी कमजोर थी।

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अंग्रेजों द्वारा भारत को पूरी तरह बर्बाद कर दिया गया था, तब सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी कूटनीति से भारत को एक सक्षम देश बनाया। आज हमारे भारत में कुल 28 राज्य है, लेकिन आजादी के समय ऐसा नहीं था। आजादी के बाद भारत के कुछ प्रमुख राज्य भारत से अलग होना चाहते थे, तब सरदार वल्लभभाई पटेल ने एक भारत देश श्रेष्ठ भारत की सोच के साथ भारत के सभी राज्यों को एक साथ जोड़कर भारत का वास्तविक रूप से निर्माण किया।

भारत की स्वतंत्रता में सरदार वल्लभभाई पटेल ने अहम योगदान निभाया था। सरदार वल्लभभाई पटेल को लोह पुरुष के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने कभी किसी के सामने झुकना नहीं सीखा। सरदार भाई वल्लभ पटेल ने वास्तविक रूप से अखंड भारत का पुनर्निर्माण किया था, उन्होंने देश के छोटे-छोटे राज्यों को जोड़कर एक विशाल देश का निर्माण किया था इसीलिए उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। बस इन्हीं शब्दों के साथ आज की स्पीच को यहीं समाप्त करना चाहूंगी, धन्यवाद।

Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech in Hindi
Sardar Vallabhbhai Patel Jayanti Speech in Hindi

Sardar Patel Jayanti Speech in Hndi (5 Minute Speech on Sardar Vallabhbhai Patel In Hindi)

इस प्रांगण में मौजूद सभी मुख्य अतिथियों, प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को मेरा प्रणाम। जैसा कि आप सभी जानते होंगे, की आज लोह पुरुष के नाम से जाने जाने वाले भारत माता के वीर पुत्र सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्मदिन है। उनके जन्मदिन को पूरे भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि उन्होंने अपना सारा जीवन राष्ट्र निर्माण में व्यतीत कर दिया। आज हम सब यहां एक साथ उनकी जयंती को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। पहले भारत के लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म दिवस और दूसरा भारत की अखंडता का जश्न, जैसा की सरदार पटेल ने कल्पना की थी।

हम सभी यह भलीं-भांति जानते हैं, कि सरदार वल्लभभाई पटेल एक स्वतंत्रता सेनाती थे, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृहमंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने। आजादी के बाद से सरदार वल्लभभाई पटेल अखंड भारत की चाह रखते थे। उन्होंने भारत को अखंड भारत बनाने में अहम भूमिका निभाई। भारत को आजादी मिलने के बाद भारत में मौजूद कई सारी रियासतें पाकिस्तान के साथ मिलना चाहती थी, या स्वयं अपना एक अलग राज्य बनाना चाहती थी। तब सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी राजनीति और कूटनीति से देश की सभी रियासतों को भारतीय प्रभुत्व स्वीकार करने के लिए सहमत किया।

आज हम भारत में जितने भी राज्य देख रहे हैं, वह सरदार वल्लभभाई पटेल के कारण एक साथ है। भारत कुल 28 राज्यों से मिलकर बना है, जो सरदार वल्लभ भाई पटेल द्वारा एकत्रित किए गए थे। सरदार वल्लभभाई पटेल ने एक भारत श्रेष्ठ भारत का निर्माण किया था, इसलिए उनके जन्म दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत वर्ष 2014 में की गई थी। राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्कूल-कॉलेजों समेत सार्वजनिक स्थानों पर सरदार पटेल की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। इस दिन सभी लोग आजादी के बाद भारत के एकीकरण में सरदार पटेल के योगदान को याद करते हैं।

सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा दिए गए योगदान से प्रभावित होकर भारत में उनके नाम पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाई गई, जो कि विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई करीबन 182 मीटर है। राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर कई सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। देश-विदेश से लोग इस स्टैच्यू को देखने आते हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्मदिन के उपलक्ष में कई सारे राज्यों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसके साथ-साथ भारत के विभिन्न राज्यों में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है।

यहां दौड़ आमतौर पर मैराथन के रूप में होती है, जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के व्यक्ति भाग लेते हैं। मैं आप सभी से अनुरोध करना चाहती हूं, कि हम सभी को एक साथ-मिलकर सरदार पटेल जी के कार्यों का सम्मान करना चाहिए एवम उनकी जयंती को काफी उत्साह के साथ मानना चाहिए। सरदार पटेल पेशे से एक बैरिस्टर थे, लेकिन वे सच्चे देश प्रेमी थे। उन्होंने देश के प्रति अपने सभी कर्तव्य पूरे किए, अब हमारा कर्तव्य बनता है, कि हम देश के प्रति अपने सारे कर्तव्य पूरे करें। बस इन्हीं शब्दों के साथ मैं आज की स्पीच को समाप्त करना चाहूंगी, धन्यवाद।

तो हमारे नन्हें पाठकों और मित्रों! यह थी Speech on Sardar Vallabh Bhai Patel आप इस स्पीच को लेकर क्या सोचते हैं, और यह स्पीच आपको कैसी लगी, इसके बारे में हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर लिख भेजिए। ऐसे ही स्पीच, निबंध और एप्लीकेशन पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट के साथ बने रहिए।

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