Speech on Dr BR Ambedkar in Hindi: डॉ भीमराव अंबेडकर स्पीच

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Speech on Dr BR Ambedkar in Hindi

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Speech on Dr BR Ambedkar in Hindi (100 words)

डॉक्टर भीमराव अंबेडकर किसी भी परिचय के मोहताज नहीं है। हम सभी जानते हैं कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने हमारे देश के लिए क्या किया है। दोस्तों भीमराव अंबेडकर वही इंसान हैं, जिन्होंने हमारे देश का संविधान बनाया है और देश में दलित समुदाय के लोगों को समानता का अधिकार दिलाया है। भीमराव अंबेडकर जैसे महान राजनेता सर्दियों में एक बार जन्म लेते हैं। भीमराव अंबेडकर का जन्म दलित समाज में हुआ था जिसके कारण उन्हें बचपन से ही काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन फिर भी उन्होंने खुद को इतना काबिल बनाया कि आज सारा देश उन्हें भारत रत्न के रूप में जानता है।

Ambedkar Jayanti Speech in Hindi ( 200 words) 

प्रिय दोस्तों आज हम सब यहां भीमराव अंबेडकर जयंती मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। इस शुभ दिन पर मैं भीमराव अंबेडकर के बारे में कुछ बताना चाहूंगा। जैसा कि हम सभी जानते हैं भीमराव अंबेडकर को भारत के संविधान का जनक माना जाता है। भीमराव अंबेडकर भारत के स्वतंत्र सेनानी से लेकर समाज सुधारक के रूप में जाने जाते हैं। भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ था। उनका जन्म एक दलित समाज में हुआ था और उस वक्त दलित समाज के लोगों को अन्य उच्च समाज के लोगों द्वारा काफी पीड़ित किया जाता था। भीमराव अंबेडकर का पूरा जीवन काफी संघर्ष भरा रहा उन्होंने सबसे ज्यादा संघर्ष शिक्षा प्राप्त करने में किया।

Speech on Dr BR Ambedkar in Hindi
Speech on Dr BR Ambedkar in Hindi

भीमराव अंबेडकर ने विदेश जाकर पीएचडी की डिग्री हासिल की फिर भारत आकर दलित समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ना शुरू किया। आज समाज में दलित समुदाय के लोग जो सर उठा कर घूम रहे हैं l और संविधान द्वारा उन्हें आरक्षण दिया जा रहा है यहां सब भीमराव अंबेडकर के कारण है। अंबेडकर द्वारा अपने जीवन काल में ऐसे कई सारे आंदोलन किए गए जो कि सिर्फ समाज से उच्च नीच के भेदभाव को खत्म करने के लिए थे। भीमराव अंबेडकर ने भारत के संविधान में लिखित रूप से दलित समुदाय के लोगों को समानता का अधिकार दिलाया है।

Ambedkar Jayanti Speech (300 words) 

प्रिय साथियों आज 14 अप्रैल के दिन हम सभी भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी और महान समाज सुधारक की जयंती मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। आज हम सभी भीमराव अंबेडकर जी की जयंती मनाने के लिए यहां इकट्ठे हुए। अंबेडकर को विधि मंत्री के रूप में भी जाना जाता है। भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद भीमराव अंबेडकर को पहला कानून मंत्री बनाया गया था। इसके अलावा वह संविधान समिति के अध्यक्ष भी थे। जैसा कि हम सभी जानते हैं भीमराव अंबेडकर एक राजनैतिक अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे। भीमराव अंबेडकर जी का जन्म मध्यप्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 में हुआ था।

उनकी माता का नाम भीमाबाई अंबेडकर था जो कि एक सरल स्वभाव और बड़ी धार्मिक किस्म की महिला थी। भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम श्री रामजी आंबेडकर था जो कि भारतीय सेना में एक सूबेदार के पद पर नियुक्त थे। जब भीमराव अंबेडकर 4 साल के थे तब उन्होंने अपनी मां को खो दिया था मां के निधन के बाद भीमराव की देखभाल उनकी चाची द्वारा की गई थी। भीमराव अंबेडकर को बचपन से ही पढ़ने का बहुत शौक था इसलिए मुंबई जाकर उन्होंने मुंबई के विश्वविद्यालय में प्रवेश लेकर अपनी डिग्री पूरी की।

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इसके बाद उन्हें बड़ौदा के राजा द्वारा छात्रवृत्ति दी गई फिर वह अपनी मास्टर और पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने के लिए इंग्लैंड चले गए। 1923 में जब भीमराव अंबेडकर वापस भारत लौटे तो उन्होंने देखा कि आज भी भारत में नीची जाति के लोगों को समानता का अधिकार प्राप्त नहीं हुआ है। फिर उन्होंने दलित समुदाय के अधिकारों के लिए आवाज उठाते हुए महाड़ सत्याग्रह की शुरुआत की। भीमराव अंबेडकर महात्मा गांधी जी द्वारा चलाए गए हरिजन आंदोलन में भी शामिल हुए उन्होंने हरिजन लोगों को समाज में समान अधिकार दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन व्यतीत कर दिया।

Dr BR Ambedkar Motivational Speech in Hindi (500 Words)

नमस्कार दोस्तों आज भीमराव अंबेडकर जी की जयंती है। हम सभी जानते हैं कि भारत में और महान व्यक्ति हुए उनमें से एक भीमराव अंबेडकर भी हैं। भीमराव अंबेडकर का जीवन ऐसा है जिससे हम सभी को प्रेरणा लेना चाहिए। तो चलिए आज इस शुभ अवसर पर मैं आज उनके सम्मान में कुछ बातें कहना चाहूंगी/चाहूंगा। अभी हम सभी जानते हैं भीमराव अंबेडकर एक महान समाज सुधारक थे। भीमराव अंबेडकर द्वारा ही भारत का संविधान लिखा गया है। लेकिन भीमराव अंबेडकर का जीवन इतना सरल नहीं रहा। भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू छावनी में हुआ था। जब भीमराव 4 साल के थे तो उन्होंने अपनी माता को खो दिया इसके बाद उनकी देखभाल उनकी चाची ने की।

भीमराव अंबेडकर के पिता सेना में सूबेदार थे उनका ट्रांसफर मुंबई कर दिया गया जहां भीमराव अंबेडकर ने मुंबई विश्वविद्यालय में एडमिशन ले कर अपनी अर्थशास्त्र की डिग्री पूरी की। बचपन से भीमराव अंबेडकर को समाज द्वारा काफी तिरस्कार प्राप्त हुआ। उन्हें ना तो शिक्षा का अधिकार दिया जा रहा था ना ही सार्वजनिक होकर जीवन जीने का अधिकार दिया जा रहा था। भीमराव अंबेडकर ने भारत से ऊंच-नीच के भेदभाव को खत्म करने के लिए खूब प्रयास किए। भीमराव अंबेडकर ने खुद को इतना काबिल बनाया कि वह समाज के अन्य लोगों को उनका अधिकार दिला सके।

भीमराव अंबेडकर को बड़ौदा के राजा द्वारा छात्रवृत्ति दी गई जिसके बाद बे इंग्लैंड चले गए जहां उन्होंने अर्थशास्त्र राजनीति में मास्टर डिग्री पूरी की और 1923 में वापस भारत लौट आए। भीमराव अंबेडकर ने समाज में लोगों को जागरूक करने के लिए जाति के विनाश पर एक पुस्तक लिखी जिसमें उन्होंने यह बताया कि जाति, वर्ग ,लिंग के आधार पर देश में कैसे लोगों के बीच भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने दलित समुदाय को समानता का अधिकार दिलाने के लिए काफी आंदोलन किए जिसके कारण उन्हें बाबासाहेब के नाम से संबोधित किया गया।

संविधान तैयार करने में भी भीमराव अंबेडकर की काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। 15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ था तो प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा भीमराव अंबेडकर को कानून मंत्री नियुक्त किया गया था। कानून मंत्री बनने के बाद भी भीमराव अंबेडकर ने दलित समुदाय के लोगों के लिए आवाज उठाई ,उन्होंने भारत का संविधान बनाया और उसमें दलित समुदाय के लोगों को आरक्षण भी दिया। भीमराव अंबेडकर ने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया था। उनका कहना था कि हिंदू धर्म में लोगों को जात पात लिंग के आधार पर बांटा जाता है इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया।

भीमराव अंबेडकर को आज एक महान राजनेता अर्थशास्त्री और लेखक के रूप में भी जाना जाता। भारत में आज दलित समुदाय के लोगों को जो अधिकार मिल रहे हैं। वह सब भीमराव अंबेडकर के कारण हैं। हम सभी को ऐसे महान व्यक्ति का धन्यवाद करना चाहिए जिन्होंने अपना सारा जीवन समाज को सुधारने में लगा दिया। इसीलिए आज उनके जन्म दिवस पर हम सभी उनकी जयंती मना रहे हैं। भीमराव अंबेडकर की जयंती के दिन दिल्ली में स्थित उनकी मूर्ति पर प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।

हमारे सभी प्रिय विद्यार्थियों को इस “Speech on Dr BR Ambedkar in Hindi” जरूर मदद हुई होगी यदि आपको यह Ambedkar Jayanti Speech अच्छा लगा है तो कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह Ambedkar Jayanti Speech in Hindi कैसा लगा? हमें आपके कमेंट का इंतजार रहेगा और आपको अगला Essay या Speech कौन से टॉपिक पर चाहिए. इस बारे में भी आप कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं ताकि हम आपके अनुसार ही अगले टॉपिक पर आपके लिए निबंध ला सकें.

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